हमारा देश भारत त्यौहारो का देश है यहाँ भिभिनं प्रकार के त्यौहारो मनाये जाते है जिसमे की स्वतंत्रता दिवस भी है ये हमारे देश का राष्ट्रीय त्यौहार है इस दिन पूरा देश इस त्यौहारो को मनाता है, स्वतंत्रता दिवस को हम लोग १५ अगस्त के नाम से भी जानते है, जैसा की आपको पता होगा हमारे देश पे अंग्रेजो की हुकूमत थी, हमलोग उनके अधीनं थे, हमलोग उनके बनाये हुए कानून पे चलते थे। अंग्रेजो हम भारतवाशी पे बहुत अत्याचार करता था, इन्ही से छुटकारा पाने के लिए हमारे देश के बीर पुरुष ने अपने खून की लहू बहा कर अपना बलिदान दिया था इस देश को आज़ाद करने के लिए। और उन्हें पूर्णतह रूप से सफलता हाशिल 15 august 1947 को हुआ था जब अंग्रेजो ने हमरे देश को इस दिन पूर्ण रूप से आज़ाद कर दिया था। और फिर हमारे देश के प्रथम प्रधान मंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू जी ने लालकिले पे हमरे देश का झंडा फेहराया था ।
ये आज़ादी हमें इतनी अशानि से नहीं मिला है हमरे देश को आज़ाद करने में हमारे देश के बहुत सारे क्रन्तिकारीयो ने अपना योगदान दिया था इसमें बहुत सारे लोगो ने खून की गंगा बहाई थी। जब जेक हमारे देश को आज़ादी मिली थी।
15 अगस्त क्या है? स्वतंत्रता दिवस क्यों कहते है।
स्वतंत्रता दिवस यानि की आज़ादी का दिन इस दिन से हमे ये सन्देश मिलता है की आपको अपने देश में पूर्ण रूप से जीने का हक़ है।
आज़ादी किसे नहीं पसंद होती है अगर हम परिंदे को भी कैद कर के रखते है तो वो भी आज़ाद होने की कोशिश करता है और खुले वातावरण में रहना चाहता है, फिर हम मानवजाती तो एक इंसान है जिसे खुले हवा में सास लेना पसंद हैं, आज़ादी किसी व्यक्ति के लिए उसका अधिकार है, जिसपे उसका पूरा हक़ है, इसीलिए १५ अगस्त हमारे देश के आज़ादी का एक प्रतीक है जिससे की हमें यह प्रेरणा मिलता है की आप अपने जीवन में नैतिक कर्त्वयों का निर्वाह करके आप पूर्ण रूप से आज़ाद रहे। इसी को हम स्वतंत्रता दिवस कहते है।
15 अगस्त यानि स्वतंत्रता दिवश हमारे लिए क्यों महत्वपूर्ण है।
भारत एक मात्रा ऐसा देश है जहा हर प्रकार के लोग रहते है यहाँ हर धर्म के लोग आपस में रहते है, और आपस में लोगो में भाईचारा है,
स्वतंत्रता दिवश जो की हमारे देश का राष्ट्रीय पर्व है जिसे की हम सब मिलके इसे एक साथ मानते है, ये हमारे भाईचारा का प्रतीक है इससे हमें अपने जीवन में आज़ादी से रहने का एक सिख मिलता हैं।
स्वतंत्रता दिवस जिसे की हमसब भारतवासी अपने हक़ से मानते है ये हमें सिखलाता है, आप एक स्वतंत्र नागरिक है इस देस में आपको रहने का पूरा हक़ है आपको अपने जीवन जीने की पूरा हक़ है।
15 अगस्त यानि स्वतंत्रता दिवश को हमलोग कैसे मानते है।
स्वतंत्रता दिवश के दिन हम झंडा उत्तोलन करते है सबसे पहले हम खुद को त्यार करते है उसके बाढ़ हम झंडे को बांस में अपने झंडे को बांधते है उसके बाढ़ हमलोग उसके बांस के नीचेवाले हिस्से को जमीन में गारते है, और जांदे को २० फुट ऊपर की और हवे में लहराते है फिर उसमे फूल दाल कर निचे भारत का नक्शा बना कर कर उसके उत्तोलन करते है फिर हम लोग हमरे देश का राष्ट्रीय गीत गाते है
“जन गण मन अधिनायक जय हे, भारत भाग्य विधाता,
पंजाब सिन्धु गुजरात मराठा, द्राविड़ उत्कल बंग,
विन्ध्य हिमाचल यमुना गंगा, उच्छल जलधि तरंग,
तव शुभ नामे जागे, तव शुभ आशिष मागे,
गाहे तव जय गाथा।
जन गण मंगलदायक जय हे भारत भाग्य विधाता,
जय हे, जय हे, जय हे, जय जय जय जय हे।।”
इस राष्ट्रीय गीत को हम लोग ५२ सेकंड में गाते है उसके बाढ़ झंडा उत्तोलन खत्म हो जाता है, फिर हम लोग देश के उनबीरो को याद करते है जिन्होंने इस देश को आज़ाद करने में अपना योगदान दिया है। इसके बाढ़ फिर हमलोग मिठाई बाटते है, और आपस
में झूमते है और ख़ुशी मानते है।